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क्रिकेटर तिलक वर्मा का जीवन परिचय और संघर्ष की कहानी | Tilak Varma Biography in Hindi

तिलक वर्मा का जीवन परिचय | तिलक वर्मा बायोग्राफी

Tilak Varma Biography in Hindi

Tilak Varma Biography in Hindi

आज हम उस बल्लेबाज की बात करेंगे जिसने इंडियन टीम में जोरदार आगाज किया है। अपने डेब्यू टी-20 मैच में ही सामने वाली टीम के बॉलर्स को खौफ जदा कर दिया। 170 के स्ट्राइक रेट से तीन 6 और दो चौका मार कर वो इनिंग्स का टॉप स्कोरर खिलाड़ी बना।

आईपीएल 2022 में जिसने मुंबई इंडियंस के बुरे दौर में एक उम्मीद की किरण जगाई। सिर्फ 20 साल की उम्र में वह आईएल मैच का सितारा बन गया। वह खिलाड़ी कोई और नहीं तिलक वर्मा हैं।

तिलक वर्मा का जन्म 8 नवंबर 2002 को आंध्र प्रदेश के हैदराबाद शहर के एक मिडिल क्लास फैमिली में हुआ। पिता का नाम बूरी नागराजू एक इलेक्ट्रिशियन है और मां गायत्री देवी एक हाउसवाइफ हैं। उनके पहले कोच सलाम बायस ने उन्हें एक चीज बोली थी, जिसे तिलक वर्मा ने गांठ बांध कर रख लिया। कि हमेशा सीखते रहो सुधार करना बंद ना करो और किसी भी चीज को हल्के में ना लो।

 उनके पिता के पास उतने पैसे नहीं थे कि वह अपने बेटे को अकेडमी भेज सके और अगर बायस जी जिन्हें तिलक के पिता अपने बेटे का गॉड फादर बताते हैं उन्होंने उनकी फीस और इक्विपमेंट्स के जरूरतों का ध्यान रखने पर जोर नहीं दिया होता तो शायद तिलक का नाम उस लिस्ट में शामिल हो जाता जिसके पास टैलेंट तो था पर अपने टैलेंट को जाहिर करने का मौका ना मिला।

 सप्ताह में छ दिन तिलक स्कूटर पर कोच बायस के पीछे बैठ कर अपने घर चंद्रयान गट्टा से 40 किमी दूर उपनगर लिंगमपल्ली के अकेडमी तक जाते थे। पहली बार बायस ने तिलक को 11 साल की उम्र में बालापुर के बरकस ग्राउंड में टेनिस बॉल से खेलते देखा था।

वह उसके बैटिंग पंच से प्रभावित हुए जब बच्चे टेनिस बॉल से खेलते हैं तो वे आमतौर पर स्लॉक करते हैं, हीव करते हैं, क्रॉस बैट शॉट खेलते हैं। पर यह लड़का असली शॉट खेल रहा था। बाद में बायस ने लगाला क्रिकेट अकेडमी में उसका एडमिशन करा दिया। 

तिलक ने अपनी स्कूलिंग क्रिसेंट मॉडल इंग्लिश स्कूल हैदराबाद से किया और अभी वह आंध्रा यूनिवर्सिटी से अपनी बीबीए की डिग्री परसू कर रहे हैं। तिलक सुबह 6:00 से शाम 6:30 तक अकेडमी में प्रैक्टिस करते थे। 1 साल तक ऐसा ही चला लेकिन इस दिनचर्या ने उनके हेल्थ पर बुरा असर किया।

 कोच ने तिलक के पेरेंट्स से अकेडमी के पास शिफ्ट कर जाने की सलाह दी इसके बाद से तिलक अकेडमी में और भी रेगुलर हो गए जल्दी उन्होंने अपने ताबड़ तोर बैटिंग से सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।

 2017 के अंडर 16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी में तिलक 960 रन के साथ हाईएस्ट रन स्कोरर थे। जिसकी वजह से 2019 डोमेस्टिक सीजन के लिए उनका हैदराबाद के सीनियर टीम में डेब्यू हुआ। उसके बाद इंडिया अंडर 19 के तरफ से खेलते हुए क्वाड्रेंगुलर सीरीज में वह टॉप स्कोरर बने।

 तिलक वर्मा ने बहुत जल्द ही पूरी क्रिकेट जगत में अपना नाम बना लिया था। नवंबर 2021 के सैयद मुस्ताक अली ट्रॉफी में तिलक ने हैदराबाद के लिए बहुत जोरदार परफॉर्मेंसेस किए। और क्वार्टर फाइनल में गुजरात के अगेंस्ट 50 बॉल में 75 और दिल्ली के अगेंस्ट एक मैच में 32 बॉल में 37 रन बनाएं।

 सीजन शुरू होने से पहले जब मिलाप मेवड़ा हैदराबाद के कोच बने वह तिलक की बैटिंग को बहुत पहले से ही देख रहे थे। उन्होंने कहा इस लड़के में बहुत पोटेंशियल है, तिलक बड़ी उपलब्धि के लिए बना है। जितनी ज्यादा उन्होंने तिलक के साथ प्रैक्टिस की वह इस बात पर और पक्के हो रहे थे कि तिलक इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स के लिए बने हैं।

 देश को हैदराबाद से एक और बड़ा खिलाड़ी मिलने वाला है यह वह वक्त भी था जब आईएल फ्रेंचाइजर मैचेस को बड़े करीब से देखते थे और जिन प्लेयर्स पे ऑक्शन पे बोली लगाना हो उस खिलाड़ी पर गौर करते थे। तिलक वर्मा की परफॉर्मेंस ने मुंबई इंडियंस के स्काउट का ध्यान अपने ओर खींचा। 

मुंबई इंडियंस ने तिलक को ट्रायल्स के लिए बुलाया जिसमें भी तिलक ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इसीलिए 2022 के मेगा ऑक्शन में मुंबई इंडियंस ने तिलक को 1.7 करोड़ के बड़े रकम में खरीदा था। अब इस भरोसे पे न्याय तो करना था।

 अपने दूसरे ही आईपीएल मैच में राजस्थान रॉयल्स के अगेंस्ट 33 बॉल में 61 रन मार के तिलक वर्मा ने मुंबई इंडियंस के भरोसे पर खरे उतरे। इस इनिंग्स में तिलक वर्मा ने पेस और स्पिन दोनों को जबरदस्त धोया था। जिसमें महान क्रिकेटर आर अश्विन को दिलेर भरा रिवर स्वीप मार के बटोरा।

 पांच बार टाइटल चैंपियन के साथ अपने आईएल के सफर की शुरुआत ने तिलक को बहुत कुछ सिखाया उनकी गेम बेहतरी के लिए बदला। अब तिलक रुकने वाले नहीं थे। इंडिया ए की तरफ से खेलते हुए न्यूजीलैंड ए के खिलाफ चार दिन के मैच में उन्होंने 121 रन बनाया। अगले ही मैच में इसी टीम के खिलाफ 50 ओवर गेम में अर्ध शतक जड़ा।

 2022 के सैयद मुस्ताक अली ट्रॉफी में भी उनका यह फॉर्म बरकरार रहा। जिसमें तिलक वर्मा ने चार लगातार अर्ध शतक जड़ा इसके बाद विजय हजारे में दो सेंचुरी और एक अर्ध शतक भी मारा। पर ऊपर वाला भी आपको जांचता जरूर है, यह देखने के लिए कि तुम वापस से उठकर दौड़ते हो या दर्द को देखकर और रोते हो।

 इतने अच्छे फॉर्म में होने के बाद एक इंजरी ने उन्हें करियर ग्राफ को रोकने की कोशिश की। दिसंबर 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ खेलते हुए 33 के स्कोर पर वह रिटायर्ड हट हुए। मेडिकल टेस्ट से पता चला उन्हें मसल स्ट्रेन है जिसके वजह से उन्हें कई सारी मैचेस मिस करनी पड़ी। पूरी रणजी ट्रॉफी सीजन भी छोड़नी पड़ी।

यह वह दौर था जब तिलक बहुत कमजोर हुए पर उनकी फैमिली और कोच उनके साथ खड़े रहे। कुछ महीने गुजरे फिर तिलक को नेशनल क्रिकेट अकेडमी बैंगलोर में एक्सटेंसिव रिहैबिलिटेशन के लिए भेजा गया। धीरे-धीरे वह रिकवर हुए। 

डी वाई पाटिल टी-20 टूर्नामेंट शुरू होने वाला था। उन्हें reliance1 के तरफ से खेलने के लिए बुलाया गया अपने कमबैक मैच में तिलक वर्मा ने 28 रन नॉटआउट बनाया आईपीएल 2023 में मुंबई इंडियंस के फिजियो टीम ने तिलक वर्मा की काफी मदद की।

 इसी सीजन तिलक ने डूबते मुंबई इंडियस टीम की नैया पार लगाई सीजन के 11 मैच में उन्होंने 343 रंस बनाया। सितंबर 2023 में होने वाले एशिया कप के लिए उन्हें कॉल आया और 15 सितंबर 2023 को बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने अपना ओडीआई डेब्यू किया।

 2023 ओडीआई वर्ल्ड कप के स्क्वाड में तो उनका सिलेक्शन नहीं हुआ पर उसके बाद होने वाले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ T20 के लिए उन्हें टीम में शामिल किया गया और हम उम्मीद करते हैं तिलक यूं ही अपने ताबड़ तोड़ बल्लेबाजी से रिकॉर्ड तोड़ इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना नाम बनाएगें।

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